आज की इस ब्लॉग में हम बात करने वाले हैं सोलर सेल के बारे में यह कैसे काम करता है इससे काम करने का तरीका क्या होता है हम एक-एक करके सभी चीजों पर विचार करेंगे तो चलिए शुरू करते हैं इस पोस्ट को
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solar panel |
अर्धचालक अर्धचालक वे पदार्थ होते हैं जो विद्युत की कुछ मात्रा को अपने अंदर से होकर जाने देते हैं। यदि इन अवर चालकों में विशेष द्रव्य मिला दिए जाएं तो इनकी विद्युत चालकता बढ़ जाती है इन पर प्रकाश पड़ने पर इनका ताप बहुत अधिक बढ़ जाता है जिससे चालकता बढ़ जाती है दर्द चालकों की सतहों के बीच में विभवांतर उत्पन्न हो जाता है । सेलेनियम एक अर्धचालक है
सोलर सेल को बनाने के लिए किसी अच्छे अर्धचालक पदार्थ का प्रयोग किया जाता है इसे बनाने के लिए अब चालकों की पतली पतली परतें एक के ऊपर एक में रखी जाती हैं सूर्य का प्रकाश पढ़ने से उन दोनों परतो के बीच में विभवांतर उत्पन्न हो जाता है इन टर्मिनल उसे किसी वस्तु को जोड़ दिया जाए तो उस वस्तु में विद्युत धारा प्रवाहित होने लगती है इसका मान परिपथ में जुड़े मिलियम्मीटर में देखा जा सकता है इस प्रकार सौर ऊर्जा विद्युत ऊर्जा में बदल जाती है
सोलर पैनल सोलर पैनल सोलर पैनल पास पास लगे हुए अनेक सोलर सेल ओं का एक समूह होता है सोलर पैनल में पर इस प्रकार जुड़े होते हैं कि कुल विभवांतर ऊर्जा काफी बढ़ जाते हैं इस प्रकार के सोलर पैनल ओं का उपयोग हम अपने घरों में भी करते हैं इनका उपयोग विभिन्न अंतरिक्ष सेटेलाइट में भी किया जाता है
सोलर पैनल एक सस्ते स्त्रोत हैं यह प्रदूषण मुक्त होते हैं लेकिन वर्तमान समय में इनकी लागत अधिक होने के कारण इनका उपयोग कम किया जाता है लेकिन सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में रोड में रोशनी करने के लिए इनका उपयोग किया गया आपको हमारा आज का कंटेंट अच्छा लगा हो तो प्लीज हमें कमेंट करके बताएं
Super
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